The Single Best Strategy To Use For हिंदी कहानियां
The Single Best Strategy To Use For हिंदी कहानियां
Blog Article
hindi kahaniya
ये आमने सामने बैठ गये, एक दूसरे के मुहं में लड्डू देते रहे, थोड़ी देर में थाल साफ़ कर दिया.
अब मोर की बात सुनकर, देवी ने समझाया, “भगवान के द्वारा सभी का हिस्सा निर्धारित है, हर जीव अपने तरीके से खास होता है। भगवान ने उन्हें अलग–अलग बनाया है और वे एक निश्चित काम के लिए हैं। उन्होंने मोर को सुंदरता दी, शेर को ताकत और कोयल को मीठी आवाज!
जब तक आप नियमित और दृढ़ हैं, आप हमेशा जीतेंगे, चाहे आपकी गति कुछ भी हो। आलस्य और घमंड हमारा सबसे बड़ा शत्रु है, इससे दूर रहा चाहिए।
उनकी बात सुनकर प्रजापति मुस्कराएं. मन ही मन सोचने लगे ”किसे बड़ा बताऊँ” देवताओं को या दानवों को ?
उसने खेत के मालिक से कहा-छांटकर अच्छी-सी भेड़ ले लो,और इस निरीह कुरज को छोड़ दे, खेत का मालिक लोभी था.
इस समाचार से राज्य भर में सनसनी फ़ैल गई. उस बंदी मंत्री की चारों और प्रशंसा होने लगी.
उमा की माँ ने कहा मैं तुम्हारी गुडिया को जोडकर तब तक तैयार कर दूंगी जब तक तू बया का घौसला तैयार नही कर देती, यदि तू उसके कार्य में विद्य न डालकर उनकी मदद करती तो बया अब तक अपना घौसला बना देती.
एक बार, दो पड़ोसी थे, जिनके पास अपना–अपना बागान था और वे उनमें पौधे उगाते थे। उनमें से एक पड़ोसी बहुत सख्त था और अपने पौधों की जरुरत से ज्यादा देखभाल करता था। दूसरा पड़ोसी, उतना ही करता था जितने की आवश्यकता थी, लेकिन वह अपने पौधे की पत्तियों को अपने मन–मर्जी दिशा के बढ़ने देता था।
आप दोनों ही कल मेरे यहाँ भोजन पर आमंत्रित हो. भोजन के बाद बताउगा की कौन बुद्धि में श्रेष्ट हैं.
उसने उस बालक को पहचान लिया तथा बालक के स्वप्न की सारी बात राजा को बता डाली.
एक दिन उसने ज्वार के पौधे-पौधे पर गुड़ का लेप कर दिया.
और बीते वर्षो की सूनी जिन्दगी की दासता सुनानी लगी, मगर उस युवक का ध्यान तो बिस्तर पर लेटे युवक पर था.
एक विद्वान पंडित थे, उनका नाम था- राधे गुप्त. उनका गुरुकुल बड़ा ही प्रसिद्ध था, जहाँ दूर दूर से बालक शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते थे.
कुछ समय तक दोनों ही महात्मा जी के मुह की ओर ताकते रहे फिर बोलर- किन्तु यह कैसे संभव हैं ? भूमि भी कभी बोलती हैं.